सहभागिता के अवसर
संग्रहालय / सांस्कृतिक केंद्र भविष्य की संस्कृति में भूमिका निभाने वाला एक ऐसा संग्रहालय / सांस्कृतिक केंद्र कैसे तैयार किया जाता है। इस सहभागिता-प्रक्रिया को विभिन्न समुदायों, समूहों और व्यक्तियों द्वारा तैयार किया और आकार दिया जा रहा है और इसमें ऐसे तरीकों से सुधार किया जाता रहेगा, जो उन समुदायों, समूहों और व्यक्तियों के लिए उपयोगी हों। यह प्रक्रिया समावेशी, पारदर्शी और बहुआयामी ढंग से तैयार की गई है।
यह सहभागिता क्यूरेटोरियल सामग्री यानी अपनी स्वयं की मूल सामग्री (संग्रहालय / सांस्कृतिक केंद्र में क्या होगा और क्या नहीं होगा) तैयार करने की बजाय अन्य स्रोतों और ब्रांडों से प्रासंगिक सामग्री की खोज करना शामिल है, पर ही ध्यान केंद्रित नहीं करेगी। वह पड़ाव बहुत बाद में आएगा और इसका निर्णय भी समुदायों द्वारा किया जाएगा। यह सहभागिता नए संग्रहालय / सांस्कृतिक केंद्र के दृष्टिकोण तय करने पर केंद्रित होगी।
- इसका उद्देश्य क्या होना चाहिए?
- संग्रहालय और पुरालेख? सामुदायिक सभा-स्थल? इंटरैक्टिव स्थल या कुछ और भी है?
- संग्रहालय / सांस्कृतिक केंद्र को हम क्या कह सकते हैं?
- इसे कहाँ बनाया जाना चाहिए?
नीचे दिए गए सहभागिता अवसरों के माध्यम से अपने विचार साझा करें:
- हमारा ऑनलाइन सर्वेक्षण भरें
- समुदाय के नेतृत्व वाली बातचीत को सुविधाजनक बनाना (वित्तीय सहायता उपलब्ध है)
- ऑनलाइन वीडियो या एक लिखित फ़ीडबैक प्रविष्टि सबमिट करें
इस प्रक्रिया को पर्यटन, कला, संस्कृति और खेल-मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया गया है। सहभागिता-प्रक्रिया की इस बातचीत में शामिल होने वाले विभिन्न समुदायों के सदस्यों के साथ ही इसे SFU के संवाद-केंद्र के सहभागिता विशेषज्ञों से ली गई मिनिस्ट्रियल एडवाइज़री वाली रणनीति सम्बंधी जानकारी और नेतृत्व में तैयार किया गया है।